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मार्च, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अपने चाहतों की महफिल को सजाएंगे

अपने चाहतों की महफिल को सजाएंगे तेरे हुस्न के दरिया में डूब जाएंगे बहुत मुश्किल से दिया है प्यार की इजाजत ऐसा लगता है तुम्हारे प्यार के सिवा कुछ याद रहेगा नहीं सब कुछ भूल जाएंगे गलतफहमी में इंसान अपनों के बीच में अपना वजूद खो देता है हर कदम सोच समझकर चलना चाहिए आहिस्ता आहिस्ता यूँ ही अपनी मीठी बातों के जाम से दिल को गुदगुदाती रहो नशाये आशिक सा तुम्हें देखता रहूं अपनी आंखों से मेरा इरादा पूछती रहो और समझाने की कोशिश मैं करता रहूं

लोगों को शक है

लोगों को शक है उसकी गलियों में जाते जाते बर्बाद हो चुका हूं अपने दिल की हकीकत को किस तरह दिखाएं पवित्रता पर मेरे विश्वास हो सके

खर्चों को थोड़ा कम कर दूंगी

खर्चों को थोड़ा कम कर दूंगी परदेसी पिया अब तुम्हारे करीब रहना है तुम्हारे बिना दिन और रात तन्हा गुजरती है अब मेरे चारों तरफ सिर्फ उदासी ही रहती है

तुम्हारी मदभरी आंखों को देखकर

तुम्हारी मदभरी आंखों को देखकर खुद को संभालना मुश्किल सा हो गया है दिल इस तरह बेचैन हुआ जा रहा है ऐसा लगने लगा है दिल में मेरे मोहब्बत सा हो गया है अपनी बातों को सोच समझकर सही वक्त पर कहना चाहिए ताकि लोग आपकी भावनाओं से प्रभावित हो सके  मेरे दिल के अरमानों की गुजारिश है तुम अपने मोहब्बत के काबिल समझो

जो तुम कह रही हो वह सच है

जो तुम कह रही हो वह सच है या मुझे आजमाने का कोई तरीका है क्योंकि कई बार तुम मुझे दिल के करीब लाकर ठुकरा चुकी हो

मैंने अपने दिल को समझाया है

मैंने अपने दिल को समझाया है बहुत फरियाद करके थोड़ा सा प्यार देकर वह बेवफा हो गई फूल बिछाता रहा जिस कदम के लिए नजरें फेर लेती है मुझे देखकर वह आज मुझसे खफा हो गई