तुम ख्वाबों खयालों में रहने लगी हो मुझे इश्क होने लगा है नजदीकियां बढ़ने लगी है मुकद्दर बदलने का आगाज होने लगा है
तुम्हें भी मोहब्बत है हकीकत से मुकरना छोड़ दो जिंदगी बन गई हो उम्र भर साथ रहने का रिश्ता जोड़ लो
जो आंखों से प्यार छलकाने लगी हो इश्क का नशा चढ़ने लगा है दोनों तरफ आग बराबर लगी है हर मुलाकात पर प्यार बढ़ने लगा है
shayari |
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